प्रचार खिडकी

शुक्रवार, 3 जनवरी 2020

ज़िंदगी और मुहब्बत के नाम



दो पंक्तियों में लिखे हुए कुछ शब्द जो मुहब्बत और ज़िंदगी के फलसफों को समझने के लिए लिखे गए | देखिये आप भी , इन्हें मैं अनाम आदमी के नाम से अलग अलग मंचों पर साझा करता रहा हूँ | यदि प्रयास पसंद आए तो चैनल के साथी बनें |



1 टिप्पणी:

  1. सभी शानदार ,दिल का गुरु बच्चा रक्खा है, लेकिन दुनिया बच्चे के दिमाग से कहाँ चलती है ,उन्हें तो परिपक्वता चाहिये Maturity चाहिए ,जिससे बचपन दूर होता है ,

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टोकरी में जो भी होता है...उसे उडेलता रहता हूँ..मगर उसे यहाँ उडेलने के बाद उम्मीद रहती है कि....आपकी अनमोल टिप्पणियों से उसे भर ही लूँगा...मेरी उम्मीद ठीक है न.....

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