प्रचार खिडकी

मंगलवार, 18 अक्तूबर 2011

बतियाते बोलते अक्षर



Radio Japan हिंदी रेडियो सेवा की तरफ़ से एक स्नेहपत्र 









वक्त ने हमें भी ,इक बार बस प्यार से जो थामा ,
उस वक्त से इस वक्त तक , बस होता रहा हंगामा






जब से नेता जी लगे खेलने ,
चिट्ट्ठी चिट्ठी हाय राम ,
सूचना के अधिकार से ,हाय ,
सब कुछ जान गया अवाम ,
मंत्री लडें कुकुर कटौंज ,
गठबंधन हुआ धडाम ,
पिरधान को चिंता हुई ,
क्या व्यर्थ गया मेडम का बलिदान ,
फ़ौरन ही मीटिंग बुला डाली ,
रोका जाए इसको,चाहे जुगत लगे तमाम ,
फ़ौरन एक उपाय मिला ,
चलो करते हैं ऐसा काम ,
सूचना दो न अधिकार उन्हें ,
लगा दो दुन्नो पर लगाम 




उफ़्फ़ ये पब्लिक भी न सब चट से समझ जाती है ,कमबख्त ,
जो कल तक सुनाते थे दूसरों का फ़ैसला , आज खुद की ज़मानत ज़ब्त




मंत्री जी अरेस्ट हुए ,बढ गया बीपी ,चेहरा हुआ ज़र्द ,
कोई पकड के किडनी लोटा ,किसी के सीने में हुआ दर्द .




रथ का चक्का जाम हुआ , अब तो बस येदुरप्पा हो रिया ,
इस दशक का सबसे हिट पिक्चर ले के आ रहे हैं रेसमिया ..




आडवाणी की यात्रा पर लगा भ्रष्टाचार का ग्रहण ,
तो का घोडा उनका बिदक गया ,अबे किससे नहीं हुआ सहन




देखो ई बात तो समझ गए कि , भूषण बोले और हो गया बवाल ,
लेकिन ऊ कौन से थे रिपोर्टर बाबू , जो उनसे पूछे ई सवाल








 पाक भारत को मोस्ट फ़ेवर्ड नेशन का दर्ज़ा देगा 
 भारत , ताउम्र , कसाब की बिरयानी का खर्चा देगा 








उपी का फ़्यूचर अब नहीं रहेगा डार्क ,
बहिन जी बनवाई हैं , करोडों का इक पार्क






 रथ सारे निकल पडे ,और जाग गई है सीरी राम जी की सेना ,
लगता है अबकि राम राज आकर ही रहेगा ,अबे तो आने दे ना  

शुक्रवार, 7 अक्तूबर 2011

कुछ अनमना सा , कुछ अनकहा , कुछ अनसुना सा ...







प्लास्टिक थैला उत्पादन पर प्रतिबंध लगेगा ,
तुम देखना , इसका पैम्फ़लेट , पॉलिथिन में बंटेगा ....


हाय ! कित्ता पडा रे भारी , मैडम इटली का त्याग रे ,
दूध बन गया ज़हर समान , पेट्रोल में लग गई आग रे ...


बीच सडक पर , आज फ़िर जना एक मां ने बच्चा ,
मां तडपती सरे राह ,हाय देश , तेरा अर्थशास्त्र निकला कच्चा


 अब तो ये तय है कि , जब तक ये सरकारी गाल रहेंगे ,
दिन रात इन पे पडते , जनता के चमाटों से लाल रहेंगे


काठ फ़ूस का इक रावण मिला , बताई अपने दिल की हूक ,
असली रावण राज कर रहे ,क्यों हर बार मुझको ही देते हो फ़ूंक .....


हाइटेक होगा आडवाणी का रथ ,
होता रहे , फ़िर भी मिलेगा गड्ढे वाला पथ ....


फ़ेसबुकियाओ , ऑरुकुटाओ , गुगलियाओ या ट्विट्टियाते रहो ,
कुदरत ने जब खाने वाले बख्शे हैं देश को , तुम सुबह शाम जुतियाते रहो


अबे ई खबर है , युवराज़ ने की मेट्रो और टैक्सी की सवारी ,
शुक्र मनाओ कि जनता अभी होश में , वर्ना छापते आरती कैसे गई उतारी


 दादा बोले हैं कि दू हज़ार चौदह का चुनाव , युवराज की अगुवाई में ही लडा जाएगा ,
अबे एतना डिले कर दिए हो ,देखना, बियाह से पहले इनको वृद्धा पेंशन दिया जाएगा

अब जो आते हैं आंखों मे , उन्हें सपना कहूं तो कैसे कहूं
रोज़ गुजरते हैं जो बगल से अक्सर , मगर अपना कहूं तो कैसे कहूं


 कहीं हो रहा कन्या पूजन , कहीं देवी का श्रंगार रे ,
वहीं हो रहा मान भी मर्दन , वहीं कोई ईलाज खर्च से रही जिंदगी हार रे ..


 लो जी चार्ल्स शोभराज जी हैं एकदम्मे बेकसूर ,
बिग बॉस में उनकी कनिया proove कर देंगी जरूर .


 मिलावटी पदार्थ बेचने वालों की खैर नहीं ,
तब तक कोई न बच पाए ,रहे इन्हें खरीदे बगैर नहीं


 लो अबके हो लेगा ये बिग बॉस और भी मशहूर ,
तेरह गो कुल जनानी हैं , एक ठो शक्ति कपूर ....


 एआईईईई पेपर लीक मामले की रिपोर्ट एचआरडी मंत्रालय ने दबाई !
जब देखो , दबने दबाने की खबर आती है , अबे इस मंत्रालय की कराओ दवाई


बहन जी ने कहा है कि अब आरक्षण का कोटा बढाया जाए,
इतना ही क्यों , हम तो कहते हैं , एक एक पत्थर का हाथी भी दिलाया जाए

शनिवार, 1 अक्तूबर 2011

दो पंक्तियां जो अक्सर मैं कह जाता हूं .......



आपके अपना 




नहीं तुम नहीं समझ सकते ,

सियासतदानों, तुमने कौन कब अपना खोया है ,

हिम्मत है तो किसी खिडकी से झांक लो उस घर में ,

जिसमें कल रात हर आंख का जोडा रोया है..






बुजुर्गों को बधाई , विश्व,आज बुजुर्ग दिवस मना रहा है ,
सुना प्रशासन थोक के भाव "वृद्धाश्रम " बना रहा है .







नए आरोपों पर बहस से , किया राजा ने इंकार ,
फ़िकर नॉट , पुराने से , तुम्हरा होगा बंटाधार 







सात सालों से पीएम बिना छुट्टी लिए कर रहे हैं काम जी,
ओह इत्ती घनघोर ड्यूटी के बावजूद ,ये हुआ अंजाम जी







उसने व्रत के खर्चे का हिसाब लगाया ,
उससे सस्ते में तो दुर्गो पूजा हो रही थी ....







बारह पेज में बारह बस खबरें , हाय कैसा हुआ अखबार रे ,
नीचे लिखा गरीब मरा भूख से , ऊपर कुत्तों के बिस्कुट का प्रचार रे







पहले लिखी पाती , फ़िर अपनी ही बात से मंत्री जी गए पलट,
बंद कमरे में फ़िर चला इक डिरामा , सब मामला गया सुलट 







अफ़ज़ल की फ़ांसी के खिलाफ़ हैं उमर ,
काश कोई नेता भी उस दिन जाता मर





बकौल हिना , भारत के साथ हर मुद्दा सुलझाने की इच्छा है ,
हमने सुना , दिल बहलाने को रब्बानी , ये भी ख्याल अच्छा है







सालों पहले कांग्रेस के राज में , मौनी बाबा थे एक , जिनका पूरा मंत्रीमंडल भ्रष्ट ,
फ़िर वही सब दोहरा रहे , मौनी बाबा फ़िर से आए , करने देश को नष्ट .







हादसों का हश्र यही , जांच और मुआवजा , चैप्टर हुआ क्लोज़,
सरकार का कौन मरता है कोई , चाहे इक हादसा होता रहे रोज़









नहीं नहीं कोई दबाव नहीं है , सीबीआई संस्था है स्वायत्त ,
कोने कोने से आवाज ये आई , अबे हुर्रर्रर्र , हट , धत्त ...



देश की राजनीति , लोकतंत्र का मतलब बदल रही है ,
कसाब , अफ़ज़लों को बचाने के लिए , कैसे विधानसभाएं मचल रही हैं




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