"पर्सन पॉलिटिक्स" टार्गेट है , तभी वो हो जाते हैं जरा , पर्सनल ,
इतनी भी क्या तंगदिली साहेब, थोडा नज़रिया तो वाईड किया जाए
.
यूं तो "सपोर्ट" और "सिस्टम" दोनों ही है मर्डर पर उतारू उनके ,
मगर चाहत ये कि मफ़लर गले में लटका के हाकिम खुद "आप" ही सुसाईड किया जाए
.
तू भी गलत और तू भी गलत , सिर्फ़ एक हम ठीक , बांकी सब उलट ही पुलट
छोडा जाए टिकट बेटिकट भाषण/शिगूफ़ा अब थोडा राजनीति को गाईड किया जाए
.
जब पलडा भारी लग ही रहा है तराज़ू का बाट से ज्यादा अपने सामान की तरफ़ ,
तो मारिए गोली सबको , ठेल ठाल के , धकिया मुकिया के साईड किया जाए ,
.
अब तो बता ही डालिए कायाकलप हो जाएगा कैसे यूं अचानक यकायक ,
कब तलक हवा के घोडे पे बैठ के , सनन सनन ,टनन टनन राईड किया जाए
.
और उन मितरों के लिए एक आइडिया है धांसू सा , और इत्तेफ़ाकन उपलब्ध भी है ,
बिन उकताए , बिन झुंझलाए , देखा जाए मुस्कुराकर , फ़ालतू स्टेटस को हाईड किया जाए
सच है, छिपा दिया जाये ऐसों को।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया प्रवीण जी ,
हटाएंवाह बुलेटिन रिपोर्टर का शुक्रिया , पोस्ट को मान व स्थान देने के लिए ....
जवाब देंहटाएंहाइड कर देना बेहद जरूरी :)
जवाब देंहटाएं____________________
ब्लॉग बुलेटिन से यहाँ पहुँचना भा गया :)
शुक्रिया मुकेश भाई , आपका तहेदिल से शुक्रिया .............
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