रांची एक्स्प्रेस , रांची में प्रकाशित एक आलेख , जो मैंने ये बताते हुए लिखा था कि अब अगली लडाई कौन सी प्रस्तावित है । आलेख को बडा करके पढने के लिए उस पर चटका लगा दें , आलेख अलग खिडकी में बडा होकर खुल जाएगा
टोकरी में जो भी होता है...उसे उडेलता रहता हूँ..मगर उसे यहाँ उडेलने के बाद उम्मीद रहती है कि....आपकी अनमोल टिप्पणियों से उसे भर ही लूँगा...मेरी उम्मीद ठीक है न.....
इसकी पीड़ा तो और अधिक होगी।
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