राष्ट्रभाषा हिंदी की दशा और दिशा पर पत्रिका "द संडे इंडियन " के ताजा अंक में अविनाश वाचस्पति जी ने हिंदी ब्लोग्गिंग और ब्लोग्गर्स का प्रतिनिधित्व करते हुए अंतर्जाल पर हिंदी के मजबूत होते कदम और उसमें हिंदी ब्लोग्गिंग के योगदान और महत्व की चर्चा की । सबसे बडी बात ये रही है कि इसमें उन्होंने अपना परिचय सिर्फ़ एक हिंदी ब्लोग्गर के रूप में देते हुए हिंदी ब्लोग्गिंग की सार्थक बातों को लाखों पाठकों तक पहुंचाया । इस तरह के प्रयास नि: संदेश प्रशंसनीय और अनुकरणीय है । पूरी पत्रिका में बहुत सारे पन्नों में छपी हुई हिंदी राष्ट्रभाषा पर जारी एक बहस में भाग लेते हुए अविनाश भाई ने क्या कहा ये आप नीचे की छवि में पढ सकते हैं । सभी ब्लोग्गर्स से यही अपेक्षा है कि इससे सीख लेते हुए ऐसे ही प्रयासों को बढावा देंगे ।
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हिन्दी प्रसार में ब्लागीरी का योगदान बहुत अधिक है।
जवाब देंहटाएंहिंदी और हिंदी में ब्लोगिंग की सशक्तता ही इस देश के लोकतंत्र को मजबूती प्रदान कर सकता है / अविनाश जी की इस सार्थक प्रयास और अभिव्यक्ति के लिए उनको धन्यवाद और आपने उनके सार्थक प्रयास को हम सब तक पहुंचाकर जो सराहनीय कार्य किया है उसके लिए आपका भी बहुत-बहुत धन्यवाद /
जवाब देंहटाएंअविनाश जी की जय हो!
जवाब देंहटाएंआप सौभाग्यशाली हैं!
अविनाश जी कि तो बात ही कुछ और है
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं
भगवान परशुराम जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
कल ही संडे इंडियन खरीदी थी....खोली तो अंदर अविनाश जी भी दिख गए....पढ़ा तो बड़ा मज़ा आया कि अब तक जो बातें हम लोग फोन और चैट पर कर रहे थे...एक पत्रिका के माध्यम से तमाम लोगों तक पहुंचे....
जवाब देंहटाएंदरअसल किसी भी भाषा को पनपने...फलने फूलने....और आमजन में पैठने के लिए आज़ादी चाहिए होती है....और ब्लॉगिंग वही आज़ादी दे रही है....हिंदी को....अविनाश जी के अलावा बालेंदु दधीचि जी ने भी पत्रिका में मार्के की बात कही है...उसे भी पढ़ें....
मेरा सौभाग्य कि मेरी दोनो ही लोगों से इस विषय पर फोन पर चर्चा भी हुई...कल बालेंदु जी से और आज अविनाश जी से....
अविनाश जी के लेख से सहमत है जी, बहुत अच्छा लिखा
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंऔर कोई इस बात को माने या न माने पर मैं कहती हूँ कि हिन्दी ब्लागिंग के इतिहास में अविनाश भैया पत्थर की लकीर बन चुके हैं और अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करवा चुके हैं
जवाब देंहटाएंइस जानकारी के लिए आभार....अविनाश जी को बधाई
जवाब देंहटाएंmama you are rock
जवाब देंहटाएंबढ़िया लगा अविनाश भाई को पढ़ कर..क्रांति का बिगुल तो बज चुका है. आपका आभार.
जवाब देंहटाएंअविनाश जी तक हमारी शुभकामना पहुँचे...हिन्दी की बिन्दी और आगे बढ़े यही कामना हैं, ब्लागर बिना हिन्दी सिर्फ सिलेबस और साहित्यकारो या घर पर पड़ी बोर होती औरतों तक ही सीमित थी ..
जवाब देंहटाएंहिंदी और हिंदी में ब्लोगिंग की सशक्तता ही इस देश के लोकतंत्र को मजबूती प्रदान कर सकता है अविनाश जी की इस सार्थक प्रयास और अभिव्यक्ति के लिए उनको धन्यवाद और आपने उनके सार्थक प्रयास को हम सब तक पहुंचाकर जो सराहनीय कार्य किया है उसके लिए आपका भी बहुत-बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंsehmat hun.
एकदम स्टीक..अविनाश जी, और अजय झा का सदैव आभारी हूँ।
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