प्रचार खिडकी

रविवार, 16 मई 2010

हिंदी ब्लोगर के रूप में अविनाश वाचस्पति जी ने क्या कहा ...............

राष्ट्रभाषा हिंदी की दशा और दिशा पर पत्रिका " संडे इंडियन " के ताजा अंक में अविनाश वाचस्पति जी ने हिंदी ब्लोग्गिंग और ब्लोग्गर्स का प्रतिनिधित्व करते हुए अंतर्जाल पर हिंदी के मजबूत होते कदम और उसमें हिंदी ब्लोग्गिंग के योगदान और महत्व की चर्चा की सबसे बडी बात ये रही है कि इसमें उन्होंने अपना परिचय सिर्फ़ एक हिंदी ब्लोग्गर के रूप में देते हुए हिंदी ब्लोग्गिंग की सार्थक बातों को लाखों पाठकों तक पहुंचाया इस तरह के प्रयास नि: संदेश प्रशंसनीय और अनुकरणीय है पूरी पत्रिका में बहुत सारे पन्नों में छपी हुई हिंदी राष्ट्रभाषा पर जारी एक बहस में भाग लेते हुए अविनाश भाई ने क्या कहा ये आप नीचे की छवि में पढ सकते हैं सभी ब्लोग्गर्स से यही अपेक्षा है कि इससे सीख लेते हुए ऐसे ही प्रयासों को बढावा देंगे



छवि को पढने के लिए उस पर क्लिक करें

14 टिप्‍पणियां:

  1. हिन्दी प्रसार में ब्लागीरी का योगदान बहुत अधिक है।

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  2. हिंदी और हिंदी में ब्लोगिंग की सशक्तता ही इस देश के लोकतंत्र को मजबूती प्रदान कर सकता है / अविनाश जी की इस सार्थक प्रयास और अभिव्यक्ति के लिए उनको धन्यवाद और आपने उनके सार्थक प्रयास को हम सब तक पहुंचाकर जो सराहनीय कार्य किया है उसके लिए आपका भी बहुत-बहुत धन्यवाद /

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  3. अविनाश जी कि तो बात ही कुछ और है
    शुभकामनाएं

    भगवान परशुराम जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं

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  4. कल ही संडे इंडियन खरीदी थी....खोली तो अंदर अविनाश जी भी दिख गए....पढ़ा तो बड़ा मज़ा आया कि अब तक जो बातें हम लोग फोन और चैट पर कर रहे थे...एक पत्रिका के माध्यम से तमाम लोगों तक पहुंचे....
    दरअसल किसी भी भाषा को पनपने...फलने फूलने....और आमजन में पैठने के लिए आज़ादी चाहिए होती है....और ब्लॉगिंग वही आज़ादी दे रही है....हिंदी को....अविनाश जी के अलावा बालेंदु दधीचि जी ने भी पत्रिका में मार्के की बात कही है...उसे भी पढ़ें....
    मेरा सौभाग्य कि मेरी दोनो ही लोगों से इस विषय पर फोन पर चर्चा भी हुई...कल बालेंदु जी से और आज अविनाश जी से....

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  5. अविनाश जी के लेख से सहमत है जी, बहुत अच्छा लिखा

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  6. और कोई इस बात को माने या न माने पर मैं कहती हूँ कि हिन्दी ब्लागिंग के इतिहास में अविनाश भैया पत्थर की लकीर बन चुके हैं और अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करवा चुके हैं

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  7. इस जानकारी के लिए आभार....अविनाश जी को बधाई

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  8. बढ़िया लगा अविनाश भाई को पढ़ कर..क्रांति का बिगुल तो बज चुका है. आपका आभार.

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  9. अविनाश जी तक हमारी शुभकामना पहुँचे...हिन्दी की बिन्दी और आगे बढ़े यही कामना हैं, ब्लागर बिना हिन्दी सिर्फ सिलेबस और साहित्यकारो या घर पर पड़ी बोर होती औरतों तक ही सीमित थी ..

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  10. हिंदी और हिंदी में ब्लोगिंग की सशक्तता ही इस देश के लोकतंत्र को मजबूती प्रदान कर सकता है अविनाश जी की इस सार्थक प्रयास और अभिव्यक्ति के लिए उनको धन्यवाद और आपने उनके सार्थक प्रयास को हम सब तक पहुंचाकर जो सराहनीय कार्य किया है उसके लिए आपका भी बहुत-बहुत धन्यवाद

    sehmat hun.

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  11. एकदम स्टीक..अविनाश जी, और अजय झा का सदैव आभारी हूँ।

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टोकरी में जो भी होता है...उसे उडेलता रहता हूँ..मगर उसे यहाँ उडेलने के बाद उम्मीद रहती है कि....आपकी अनमोल टिप्पणियों से उसे भर ही लूँगा...मेरी उम्मीद ठीक है न.....

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