प्रचार खिडकी

गुरुवार, 12 जनवरी 2012

वही ,कुछ कही ,कुछ अनकही ....




शाहनवाज़ भाई के कैमरे से एक ठो नयका पोज़ टराई मारते हम



संडे सन्नाट है ,धूप ने भी आहिस्ते से किवाड खोला है
कुर्सी टिका के बैठे हैं , अखबार हाथ में , देखते हैं कौन नेतबा आज का बोला है
 
अबे इस सरकारी फ़रमान का मतलब ,ज़रा हमको भी समझाओ ,

ठंड से मरता बिसेसरा , मुदा हथिनिया के मूरुतिया को कंबल ओढाओ

बिगबास के संग खतम हुआ , एकदम्मे बकवास टंटा था जो यार ,

सुमितवा तोरा का होगा अब रे , एक करोड का अटैची के संग बापस आ गई जूही परमार

 
 
दाखिले की उम्र को लेकर असमंजस बरकरार,

किलियर कर लो ,बचवा सब तो बोझा ढोने को हैं ,कब्बे से तैयार ,

 
 
खुदरा खुदरी का जमाना गया ,तिहाड में नेतवन सब पहुंचे रेट, होलसेल ,

नहीं चला कोमा का बहाना , नरेटी पकड के कोरट ने , सुखराम को भेजा जेल

 
 
 
भंवरी देवी कांड ने फ़िर से ,पुख्ता की ये बात ,

उजाले में पूजी जाए देवी , मर जाए हर रात

 
 
अबे ई तो बिल्कुल पार्शियल्टी है ,कांग्रेसवा के साथ ,

काहे नहीं कहा आयोग , दास्ताने से ढक दो , हर आदमी का हाथ

 
 
उन दिनों जब तुमसे गुफ़्तगू नहीं होती , मन बडा भारी सा रहता है,

और जाने क्यों ,कुछ अंतराल पर , ये सिलसिला भी ज़ारी सा रहता है
 
 
चुनाव आयोग ने एक और हथौडा ,धर के दिया रे ठोक,

अल्पसंख्यक आरक्षण पर पांच राज्यों में लग गई भईया रोक ,

 
 
चाऊमीन ,पिज़्ज़ा तो कभी बर्गर कभी गर्मागर्म कुकुर,हॉट डॉग जी , हुआ जा रहा देस ,

आज डंटा चला फ़िर कोरट का ,जंक फ़ूड पर छ महीना में बनाया जाए दिशा निर्देस
 
 
हथिनी और हथिनीवती ,दुन्नो पर डाला गया तिरपाल ,

देख सियासत करे जब राजनीति , चले कैसे कैसे चाल

7 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी कही और आपकी अनकही ... दोनों सुन ली श्रीमान ... जय हो ! पोज तो माशाल्लाह गजब दिए है आप ... बोले तो एकदम लल्लन टॉप !!

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  2. वाह, कथन और उसका अन्दाज, दोनों ही निराले हैं।

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  3. जुगाड करके बिसेसरा को हाथी के अंदत घुसेड दो भाया:)

    जवाब देंहटाएं

टोकरी में जो भी होता है...उसे उडेलता रहता हूँ..मगर उसे यहाँ उडेलने के बाद उम्मीद रहती है कि....आपकी अनमोल टिप्पणियों से उसे भर ही लूँगा...मेरी उम्मीद ठीक है न.....

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