अब तनहाइयों को ,
सुनता हूँ,
और कभी खामोशियों से,
बतियाता हूँ मैं॥
जो लगता है असंभव,
खुली आंखों से,
बंद कर आँखें , उन्हें सच,
बनाता हूँ मैं॥
छाँव में छलनी,
होता है मन,
अक्सर धूप में,
सुस्ताता हूँ मैं॥
बारिश की मीठी बूँदें,
मुझे तृप्त नहीं करतीं,
इसलिए समुन्दर से ही,
प्यास बुझाता हूँ मैं॥
उसको जिताने की ख़ुशी,
बहुत भाती है मुझे,
इसलिए हमेशा उससे,
हार जाता हूँ मैं॥
दर्द से बन गया है,
इक करीबी रिश्ता,
जब भी मिलता है सुकून,
बहुत घबराता हूँ मैं॥
मैं जानता हूँ कि,
मेरे शब्द कुछ नहीं बदल सकते,
फिर भी जाने क्यों ,
इतना चिचयाता हूँ मैं॥
प्रचार खिडकी
सोमवार, 15 फ़रवरी 2010
खामोशियों से, बतियाता हूँ मैं........
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hindi poem हिन्दी कविता
एक आम आदमी ..........जिसकी कोशिश है कि ...इंसान बना जाए
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अब तनहाइयों को ,
जवाब देंहटाएंसुनता हूँ,
और कभी खामोशियों से,
बतियाता हूँ मैं॥
इन पंक्तियों ने दिल छू लिया... बहुत सुंदर ....रचना....
MAAN GAYE AJAY JI.........
जवाब देंहटाएंछाँव में छलनी,
जवाब देंहटाएंहोता है मन,
अक्सर धूप में,
सुस्ताता हूँ मैं॥
बारिश की मीठी बूँदें,
मुझे तृप्त नहीं करतीं,
इसलिए समुन्दर से ही,
प्यास बुझाता हूँ मैं॥
yun to poori kavita hi bejod hai magar in panktiyon ne to man moh liya.
वाह!! कितनी सुन्दर कविता. मै तो आज पहली बार आई हूं आपके इस ब्लॉग पर. मुझे तो मालूम ही नहीं था कि एक व्यंग्यकार के अन्दर इतना कोमल कवि भी है...
जवाब देंहटाएंजो लगता है असंभव,
खुली आंखों से,
बंद कर आँखें , उन्हें सच,
बनाता हूँ मैं॥
बहुत सुन्दर.
व्यंग्यकार और कवि ....ये दोनों कौन हैं जी ...हम तो निरे कंप्यूटर पीटने वाले हैं बस ...एक ब्लोग्गर ....
जवाब देंहटाएंअजय कुमार झा
छाँव में छलनी,
जवाब देंहटाएंहोता है मन,
अक्सर धूप में,
सुस्ताता हूँ मैं॥
धूप में सुस्ताने वाले ही छाव का आनन्द ले पाते हैं.
रद्दी की टोकरी में आप तो हीरा सजा रहे हैं
सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंशानदार कविता कही बन्धु !
जवाब देंहटाएंवाह ! बहुत अच्छा लगा बाँच कर.........
वाह! बहुत सुंदर कविता....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
मैं जानता हूँ कि,
जवाब देंहटाएंमेरे शब्द कुछ नहीं बदल सकते,
फिर भी जाने क्यों ,
इतना चिचयाता हूँ मैं॥
ऐसा क्यूं सोंच लेते हैं !!
सुन्दर कवितायें बार-बार पढने पर मजबूर कर देती हैं.
जवाब देंहटाएंआपकी कवितायें उन्ही सुन्दर कविताओं में हैं.
अती सुन्दर
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